Wednesday, April 18, 2012

बुत परस्त योनी पूजक मुसलमान

दुनिया में सबसे ज्यादा चिल्ला चिल्ला के मूर्ति पूजा का विरोध करने वाले मुसलमान हैं | पर असल में सबसे ज्यादा और सबसे बड़े मूर्तिपूजक मुसलमान ही हैं | मुसलमानों को लड़ने का बहाना चाहिए कोई भी जिस से वे लड़ सकते हैं | आपस में लड़ते हैं कोई भी बहाना लेकर और बाहर ईश बहुदेववाद तो बहुत बड़ा बहाना हैं, कत्लेआम के लिए | खैर हम ये जानते हैं के मुसलमान मूर्तिपूजक कैसे हैं ? मूर्ति भी ऐसी वैसी नहीं योनी की, एक योनी की मूर्ति के सामने ना केवल झुकते हैं अपितु चुमते भी हैं |

काबा मंदिर सम्राट विक्रमादित्य का बनवाया हुआ था(प्रमाण के लिए इंस्ताबुल के मखताब-ई-सुल्तानिया में रखा सायर उल ओकुल देखे) | मंदिर में यज्ञ की जगह वाम मार्गियो का कब्ज़ा हो गया वाम मार्गी शिव लिंग स्थापित हो गया | उस समय आर्यो का साम्राज्य घट कर अर्व प्रदेश (अब अरब) तक ही रहे गया था | पांच छह सौ सालो में हमारा साम्राज्य और घट कर गांधार प्रदेश (अब अफगानिस्तान जिसकी राजधानी कंधार हैं) तक ही रह गया | अर्व में कोई केन्द्रीय सत्ता ना होने के कारण वहा नित नए कबीले बनते गए नए-नए पैगम्बर निकलते थे जैसे आज भारत में नित नए ढ़ोंगी बाबा होते हैं | अब्दुल मत्तलिब जो की मोहम्मद का दादा था काबा मंदिर में शिव लिंग के दर्शनार्थ आये तीर्थ यात्रियो का प्रबंधन कर्ता था | हजरे-अस्वद (काला पत्थर अस्वाद अश्वेत का अपभ्रंश हुआ ) वाम मार्गी शिव लिंग था जिसमे औरते अपना मासिक धर्मं का रक्त लगाती थी संतान की कामना के लिए | जो चार दीवारों पर सीधे गडा हुआ था उसकी छत भी रही हैं जिसकी छत पर एक समय अल्लाह की मूर्ति लगाईं गई थी | अल्लाह प्राचीन अर्व वालो का देवता था जिसकी तीन पुत्रिया थी | बाढ़ में कहते हैं वो मूर्ति गिर गई थी | जो आज जो नमाज पढते हैं वज्रासन में बैठ के उसमे कुछ नया नहीं शिव लिंग के सामने और अल्लाह की मूर्ति के सामने मुसलमान ऐसे ही झुकते थे | अब देखिये संयोग हिन्दुओ के पास पूजने के लिए लिंग रह गया और मुसलमानों के पास योनी |
समय बदला मोहम्मद ने गुंडा गर्दी से सत्ता हथियाई अपने परिवार को तो मुसलमान नहीं बना सका | उसके दादा ने इस्लाम कुबूल नहीं किया | उस से बेइंतहा प्यार करने वाले उसके चाचा अबू तालिब ने भी कभी इस्लाम स्वीकार नहीं किया | और सत्ता आने के बाद भी मोहम्मद लोगो की आस्था उस प्राचीन शिव मंदिर से ना हटा सका | तो उसे ही स्वीकारता दे दी गई | कारण था के जैसे अजिपति यानि इजिप्ट के लोंग अपने प्राचीन संस्कृति पर गर्व करते हैं और नहीं छोड़ते | इंडोनेसिया के मुसलमान अभी भी रामायण मंचन करते हैं वैसे ही अर्व के लोंग भी थे | बस भारत के ही कुछ मुसलमान भाई अपने हिंदू (आर्य) पूर्वजो के गौरव को नहीं मानते हैं | हजरे अस्वाद को मान्यता देने से मोहम्मद के कुल का धंधा भी चलता रहा तो हज मुसलमानों के लिए अनिवार्य कर दिया गया | लोंग भी खुश, मोहम्मद का परिवार भी खुश और आमदनी बढ़ी सो अलग, अर्व को आस्था की सुरक्षा मिली सो अलग | अब विषय ये हैं बुत परस्ती क्या होती हैं ? क्यों गलत हैं ? और मुसलमान कैसे हुए बुत परस्त ?
तो देखिये बुत परस्ती कहते हैं जड़ वस्तु यानी किसी निर्जीव चीज़ से जीवित चीज़ जैसा व्यवहार करना | बुत यानि मूर्ति बनाना कभी गलत नहीं ये तो कला का प्रतिक हैं | हां मूर्ति से इंसान जैसा व्यहवार करना अल्प बुद्धि का प्रतिक हैं | शिव लिंग जो की हजरे अस्वद हैं उसके सामने दिन भर में मुसलमान पाच बार झुकते हैं और हिन्दुओ को बुत परस्त कह के गलत कहते हैं | हुए ने झगडालू बिना बात के झगडा करने वाले | अरे मूर्तिपूजक हिंदू भी निराकार ईश्वर को मानते हैं पर अल्लाह तो इंसान स्वरुप ही हैं मोहम्मद का और प्राचीन अर्व वासियों का कल्पित देव | मोहम्मद को तो बस एक ऐसा साधन चाहिए था जिसके नाम से वो सारे गलत काम कर सके |
मुस्लिम तकिया (इस्लामिक झूठ) – हजरे अस्वद सिर्फ एक पत्थर हैं चिन्ह के लिए | उसकी पूजा नहीं करते |
समीक्षा : अगर केंद्र वाली बात करते हैं तो नापने का पत्थर केंद्र में होता हैं ना के दीवार में गडा होता हैं | सो भी वो किनारे आया |
 देखिये जो पूजते नहीं तो पत्थर कर क्या रहा हैं वहा ? जिस तरह हिन्दुओ की आस्था को ठेस पहुचाते हुए कासिम गौरी ने हिन्दुओ की मूर्तियों का अपमान किया काबा मंदिर में लगे पत्थर को निकाल के पेशाब घर में क्यों नहीं लगा देते ? हिन्दुओ की मूर्तियों को तो खूब गन्दी जगहों पर लगाया गया हैं हिन्दुओ की आस्था को ठेस पहुचाने के लिए अगर पत्थर मुसलमानों की आस्था का विषय नहीं |
लंगड़ाबहाना : मूर्ति पूजा नहीं हम मुसलमान एकता में विश्वास करते हैं इसलिए वो पत्थर वहा हैं |
समीक्षा : चिन्ह केंद्र में होता हैं दीवार में गाडा नहीं जाता | उस चिन्ह को चूमा नहीं जाता | उसके लिए झगडा भी नहीं किया जाता | मील का सूचक पत्थर टूट जाता हैं तो दूसरा लगा दिया जाता हैं | 
खुद मोहम्मद अंधविश्वासी मूर्तिपूजक था उसने पत्थर की योनी को चूमा था प्रमाण देखिये |
Volume 2, book of Hajj, chapter 56, H.No. 675. Umar (may Allah be pleased with him) said, “I know that you are a stone and can neither benefit nor harm. Had I not seen the Prophet (pbuh) touching (and kissing) you, I would never have touched (and kissed) you”.
यानी के "मुझे पता हैं के तुम सिर्फ एक पत्थर हो जो ना ही किसी फायदे का हैं और ना ही नुकसान हैं, पर मैंने अगर मोहम्मद को तुम्हे कहते और चुमते ना देखा होता तो मैं भी तुम्हे ना चूमता और छुता |"
ये तो पत्थर की योनी थी मोहम्मद ने तो इतनी औरते रखी हैं के क्या क्या चूमा होगा आप खुद ही अनुमान लगाये |
देखा आपने कैसे मोहम्मद ने अन्धविश्वास को बढ़ाया | किस अधिकार से मुसलमान दूसरों का मूर्तिपूजा का विरोध करते हैं उनका सिर्फ एक ही मतलब हैं के वो मूर्ति पूजो जो हम पूजते हैं ना की वो जो तुम लोंग |


१९८६ में इस्लाम के एक फिरके ने उसपर हमला कर दिया था | शिव लिंग टूट गया और अब चांदी से जुड़ा हुआ हैं |
मुसलमान झुकते किसके सामने हैं ? ये तो अब सब जान गए हैं के अल्लाह मिया हैं यानी आदमी जैसा हैं? वो रहता भी सातवे आसमान पर हैं | वे झुकते हैं उस अल्लाह की मूर्ति की जगह पर जहा वो रखी थी बाढ़ मे गिरने से पहले | और उस शिव लिंग पर जिसके दर्शन को दूर-दूर से लोंग आते थे |
इस्लाम एक सम्प्रदाये हैं जो वाम मार्गी सम्प्रदाये से काफी आगे निकल गया हैं | वाम मार्गियो के सम्प्रदाये तो व्यभिचार और मांसाहार तक ही सिमित था | मोहम्मद ने वाम मार्ग को लूट,हत्या,डकैती,बलात्कार और दूसरों से नफरत करने की बुलंदियों तक पहुचा दिया | निराकार ईश्वर के उच्च सिद्धांत को समझना मोहम्मद जैसे व्यभिचारी के बस की बात कहा थी | खुद मानव योनी का दुरूपयोग कर के नर्क(निकृष्ट जीव योनी) में गया और दुनिया के अरबो मुसलमानों का पतन करवा गया | मुस्लिम भाइयो ईश्वर एक हैं निराकार हैं वह सबसे प्रेम करने वाला भेदभाव ना करने वाला न्यायकारी हैं | वो सभी जगह हैं उसे सातवे आसमान पर बैठने की जरुरत नहीं | जो ईश्वर परमात्मा हर जगह हैं उसे किसी पैगम्बर की जरुरत नहीं | ये पैगम्बर ढ़ोंगी बाबाओ जैसा ही चल रहा था जब मोहम्मद ने भी खुद को पैगम्बर घोषित किया | अल्लाह के नाम पर उसने वो सारे गुनाह किये और करवाए जो मानवता ही हदे तोड़ते थे | जिसने उस पर सवाल उठाया उसे मरवा दिया गया इसलिए भी आप लोंग हिम्मत नहीं जुटा पाते हैं उसके गलत कामो पर शंका होने के बावजूद | देखिये मानव जन्म बार बार नहीं मिलता बड़ी मुश्किल से मिला हैं कई जीवो की योनियों को पार कर के इसे यु बर्बाद ना करिये | इस्लाम को छोडिये और वैदिक धर्मं को जानिए वापस अपने बाप दादाओ के धर्म को वापस आजाइए |

37 comments:

  1. शर्म से कहो कि तुम आर्य हो

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    1. हम कौन सी योनी पूजा करते हैं जो शर्म करे | डूब मरे मुस्लमान जो अब भी काबा की तरफ झुके और हज करे | :P

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    2. शिव जी, महाराज, हाहा क्या बात करोगे ,,,
      उस ने अपने और अपनी पारबती के अश्लील अंग्गों लिंगों की ही पूजा करादी,,, और तुम चुतिये चुप चाप शिव के लिंग की पारबती की योनी में गड़े खड़े के दर्शन करते रहे....!!
      लंड की पूजा भी कर रहे हो...
      मूत भी पी लेते हो. पवित्र बता के....!!
      शर्म तुम्हे आनी चाहिये....!!

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    3. योनी पूजा कि पोल खोली तो इतना जल रही हैं |
      सही है :D:D:D

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    4. uknewsindia pehle to tu apni pehchan bata tera koi naam koi sir per hai ke aise he baka ja raha hai Shiv or Allah chahe uper baith kar hans rahe ho ke ye chutiye dharti per kaise ek dusre ko nanga karne per lage hai tu apni ibadat kar or allah se ru-b-ru ho or apne teen ke chasme uttar or allah se bol ke ye bande kyo dharam ke naam per ek dusre ko badnaam kar rahe hai us Parm atma ke awaaj sun sabhi gile sikve khatam ho jayenge. samj gaya ye msg sabh hindu,muslim ke liye hai.

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  2. tum hi ling ki puja karte ho. bade besharam ho tum log, aur bahut bade jhooote.

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    1. योनी से तो बेहतर हैं लिंग पूजा क्यों ?
      खैर मैं हर तरह की मूर्ति पूजा का विरोध करता हू इश्वर एक हैं निराकार हैं उसी की उपासना करने योग्य हैं |
      मोहम्मद ने तुम लोगो को बहका दिया हैं गलत रास्ते पर ले आया | एक बलात्कारी को पैगम्बर मानते हुए शर्म नहीं आती तुम लोगो को :o

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  3. जिसका लिंग इधर उधर बताने में एकमत होरहे हो इस बात पर तो एकमत हो जाओं कि,,,,,,,,,,,,शिवजी की उत्पत्ति कैसे हुई ?

    1- शिवजी स्वयं उत्पन्न हुए । - गीता प्रेस, शिवपुराण विन्धयेश्वर संहिता पृष्ठ 57
    2- शिवजी , विष्णु जी की नासिका के मध्य से उत्पन्न हुए । - ठाकुर प्रेस,
    शिव पुराण द्वितीय ,रूद्र संहिता अध्याय 15 पृष्ठ 126
    3- शिव का जन्म विष्णु के शिर से माना जाता है । - डायमंड प्रेस ब्रह्म
    पुराण पृष्ठ 141
    4- शिवजी ब्रह्मा के आंसुओं से प्रकट हुए । - डायमंड प्रेस, कूर्म पुराण पृष्ठ 26

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    1. ब्लॉग पर स्वागत हैं आपका इकबाल भाई,
      हम अजन्मे शिव को मानते हैं | कुरान से पहले हमले पुराणों की समीक्षा की | काश हमारे मुस्लिम भाई भी दूसरों को गलत कहने से पहले खुद कुरान और मोहम्मद की समीक्षा करते तो कितना उत्तम रहता | :)

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    2. जिन पुस्तकों का तुम हवाला दे रहे हो उनके साथ छेड़ छाड़ हुई है। हम लगभग बारह सौ साल गुलाम रहे, और इसी दौरान हमारे धर्म ग्रंथो के साथ छेड़ छाड़ की गयी ताकि हम भ्रमित होकर मुस्लमान या ईसाई बन जाये,इस काम में वो काफी हद तक कामयाब भी हुए , आज भारत, पाकिस्तान और बंगला देश में जो मुसलमान है उन सबके पूर्वज हिन्दू थे।

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    3. जिन पुस्तकों का तुम हवाला दे रहे हो उनके साथ छेड़ छाड़ हुई है। हम लगभग बारह सौ साल गुलाम रहे, और इसी दौरान हमारे धर्म ग्रंथो के साथ छेड़ छाड़ की गयी ताकि हम भ्रमित होकर मुस्लमान या ईसाई बन जाये,इस काम में वो काफी हद तक कामयाब भी हुए , आज भारत, पाकिस्तान और बंगला देश में जो मुसलमान है उन सबके पूर्वज हिन्दू थे। Sahi he

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  4. हमे समीशा करने कि ज़रूरत नही है हम बचपन में ही सारी समीक्षा कर लेते है अपने धर्म कि और्हुमे फक़्र है क हम मुस्अल्मन है और् तुम लोग इन झुती बाते बनाकर सिर्फ़ अपने हिंदु लोगो ही समझा सकते हो किसी मुसलमान के ईमान को कमजोर नही कर सकते हमे फक़्र है क मै मुसलमान हूँ और मेरे मज़्हब और मेरे पैगंबर को मानने वाले लोग पुरी दुनिया क कोने कोने में है मेरा मज़्हब कोई किसी कवि क हाथों से नही लिखा गया है ये तो आदम और हव्वा क जमाने से है और सारे ईसाइ, यहूदी और मुस्लिम हम सब अब्राहम कि औलाद है ये दुनिया का सबसे बड़ा सच है जिसको पुरी दुनिया ने स्वीकार किया है और काबा में कोई शिवलिंग कभी नही था और ना ही कभी होगा क्योके वो घर अल्लाह है और पाक जगह है वो हजारे अस्वद है जो क आदम के जमाने में जन्नत से लाया गया था जिब्रिल के द्वारा और जिसको अब्राहम ने काबा कि तमीर क समय लगाया था बस और्वो कुछ नही है और हम शिव्लिंगा जैसी अफवाहों पर ध्यान नही देते है क्योके वहा पर दुनिया के 100 से भी ज़्यादा देशों से लोग हर साल हज करने आते है और कोई भी शिव को नही जानता है क्योके ये सब दंतकथाएँ है जो के इंडिया क कवियों ने लिखी है इनमें ज़रा सि भी सच्चाई नही है तभी तो इंडिया में ख्वआजा मोइनुद्दीन चिश्ती क जरिये 90 लाख लोगो ने इस्लाम किबुल किया और अज भी लोग पुरी दुनिया में इस्लाम कुबूल कर् रहे है मेरे दादा पहले कभी हिंदू हुआ करते थे लेकिन अब हम ईमान वाले है मुझे फक़्र है क मै मुसलमान हूँ और मुसलमान होकर ही मै अखारी साँस लु मुझे ज़रा भी अफसोस नही है क मेरे दादा जी ने इस्लाम क्यो कुबुला बल्कि मुझे अपने पूर्वजों पर गुस्सा आता है के वो पहले कितना अंध्विश्वास करते थे के जानवरों कि पूजा और इनसान कि शकल वाले मूर्तियों कि पूजा पर्वतों कि पूजा पानी कि पूजा आग कि पूजा इंसनो क लिंग कि पूजा पता नही कितना अंधविश्वास था लेकिन अब मै बहुत खुश हूँ के मुझे दुनिया का सबसे खूबसूरत मज़्हब मिल गया है और यही मुक्ति का मार्ग है हिंदुत्व में अंधकार ही अंधकार है और ज़रा सि भी सच्चाई नही है यह एक मन गनत धर्म है जो सि कवियों क हाथों से लिखा गया है ...........इमरान राजपूत

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    1. sharam aane chahiye khud ko rajput kehta ha, rajput to maharana pratap the jinhone kabhi jhuktna nahi seekha tha, ghaas ke roti khaaye bt gulami sehan nahi ke, tum jaise suar jo kabhi kisse ke nahi ho skte..islam sirf aur sirf rape ,majlumo per jurm aur dusro ko bekar saabit krne wala religion ha

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    2. mere dono bewakoof bhaiyo kis baat ke liye mar rahe ho kisi ek aise muslim or ek aise hindu e bare main batao jisne allah ya parmatma dekha ho, shayad he tumhe wo mile agar wo mil bhi gaya to na wo hindu hai na muslin wo ek pavitar atma hai jo us allah \parmatma se judi hui hai uske liye wahi sab kuch hai,ek dusre per kechad faikna band karo pehle insan banta hai

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    3. kya tumhe maloom hai ke parmatma ya allah ka koi bhi dharam nahi hai tum usko noor kehte hai hum jyoti kehte hai fark kya hai fark tum sab ke budhi ka hai jo samaj nahi sakti kynki tum sab per Main ka asar hai mera dharam acha hai uska kharab hai arey jab banane wale ne fark nahi kiya to tum kya uper wale ke thekedar ho.

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    4. Hindu dharam main Parmatma Prakriti ke roop main hai chahe wo Bhumi Gagan, Vayu,Agni, Neer ho wo sab pujniye hai kynki jo sanar mainb Parmatma ne insaan ke liye diya hai uska hume adar or shukargujar hona jaruri hai isliye humare dharam main jo Prakriti se related hai wo humare liye pujniya hai so soch kar samaj kar likhna mere ko bhi mera dharam priya hai.

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  5. क्यों समीक्षा की जरुरत नहीं ? आप लोग दूसरों का क़त्ल करते हैं मानवता की सारी हद्दे पार करते हैं और समीक्षा से भागते हैं ?
    आप लोग मूर्तिपूजा का विरोध करते हैं पर आप भी वही करते हैं | एक पत्थर के सामने सर झुकाते हैं चित्र देख लीजिए योनी से ना मिलता नजर आये तो अश्लील साईट पर जाकर देख लीजिए | मिल जाए तो सर झुका लीजिएगा | अल्लाह का घर से साबित हैं के अल्लाह सब जगह नहीं एक देशी हैं एक देशी ईश्वर नहीं होता | आपको गर्व हैं क्यों के आपको यही सिखाया गया हैं आपने कभी पढ़ा ही नहीं दर्शन क्या होता हैं इसका कोई अंदाजा नहीं हमारे मुस्लिम भाइयो को | मुनुद्दीन गौरी का जासूस था और धोके से हिन्दुओ को सूफियो ने खूब बेवकूफ बनाया ९० लाख आप अतिशयोक्ति प्रयोग कर रहे हैं | ९ लाख मालिकाना राजपूत मुस्लिम भाई वापस आये थे १९२३ से १९२६ क बीच में | और मुसलमानों ने क्या किया अब्दुल रशीद नाम के जिहादी ने स्वामी श्रद्धानंद की हत्या कर दी | हिंदू और यहूदी वापस नहीं लेते अपने समाज में इस कारण उनका पतन हुआ | आर्य समाज सुद्ध स्वरुप हैं हिंदुत्व का सामाजिक दोषों को दूर किया उसने वेदों में वर्णित एक सर्वव्यापक ईश्वर का सिद्धांत पुनः प्रचलित किया | राजपूत वीरता के लिए जाने जाते थे जो तलवार से दर गए वो राजपूत शब्द प्रयोग करने योग्य नहीं | मोहम्मद अच्छा आदमी नहीं था, ४० के करीब औरते राखी,
    ५४ साल की उम्र में ९ साल की बची(आयेशा) से सम्भोग किया , अपनी बहु जैनब से सम्भोग किया, रखैले रखी (मारियाह इत्यादि),औरतो के पतियों को क़त्ल कर के उनके साथ बलात्कार किया, पूरी-२ आबादी का सफाया करवा दिया | मोहम्मद मानसिक बीमार व्यक्ति था दुनिया के सारे गलत काम उसने इस्लाम के नाम पर जायज ठहरा दिए अगर गैर मुसलमान यानी के काफिर के साथ किया जाए |
    इस्लाम अच्छे लोगो के लिए नहीं मेरे भाई वापस आपने महान वैदिक धर्म में आओ और नर्क का मार्ग छोड दो
    http://www.faithfreedom.org/challenge.htm
    http://www.aryasamajjamnagar.org/
    http://www.aryasamaj.org
    http://www.maharishidayanand.com

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    1. are gandu pahle apne dimag ka ilaj kara tum log pahle achhi bato par to ek hote nahi aur bekar ki bato par bahas karte ho. mera kahana hai ki kitne log hindu se muslim huye aur kitne log muslim se hindu huye, lakho ki aabadi hindu se muslim ho hagi kiyo?aur aaj bhi ho rahi hai kiyo? kiya dharm pariwartan karne wale pagal hai? ya HINDU DHARM SURUWAT SE HI GALAT RAHA JISE CHHODNE PAR ITENE SARE LOGO KO MAJBOOR HONA PADE,, TUM KAHTE HO KI ISLAM TALWAR KE JOR PE FAILA, TO AAJ USASE BADA ATOM BOMB MUSLIMO PAR LATKA HAI ABHI BHI MUSLIM HINDU KIYON NAHI HO RAHE,, BATAO,, HAI KOI JAWAB.. HINDU DHARM HO YA MUSLIM DHARM YA KOI BHI DHARM.. HAM PAHLE BHARAT WASI HAI AUR USKE BAAD DHARM AATA HAI.. HAMARE PAIGAMBAR NE FARMAYA--PAHLE US MITTIT SE MOHABBAT KARO JISME TUM PAIDA HUYE.JIS PAIGAMBAR KI TUM TAUHIN KAR RAHE USKE ANAP SHANAP KAH REHE ..PAHLE USKE BARE ME JAAN LO.WO KOI BHAGWAN NAHI JO AASMAN ME JANA PADE. WO TO EK AISA BHKHARI THA JISKI THOKAR ME BADSHAHI RAHTI THI.. JAKE PADH HARAMKHOR

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    2. प्रिय जनकल्याण भाई,
      हम सब पहले मनुष्य हैं फिर देश कि सीमाए और संविधान आता है | और अगर धार्मिक विश्वास मनुष्यता के विपरीत रहे तो उसे त्याग देना चाहिए |
      मुस्लिम हिंदू धर्म में वापस इसलिए नहीं आये क्यों के हिंदू उन्हें स्वीकार नहीं करते |
      इतिहास में ऐसे बहुत से उदहारण भरे पड़े हैं | कश्मीर के तो लगभग सभी मुस्लिम वापस आना चाह रहे थे पर वह के राजपुरोहितो और काशी के पंडितो ने विरोध किया | आज के हिंदू ने भुक्ता
      मेवात के मुस्लिम जो वापस आये उन्हें विनोबा भावे और राम मनोहर लोहिया जैसो ने पुनः इस्लाम में पंहुचा दिया | और लाखो लाख मुसलमानों को वापस वैदिक धर्म में लाने वाले स्वामी श्रद्धानंद से आपके इस्लाम कि नीव हिल गई थी तो उन्हें आप लोगो ने क़त्ल करवा दिया |
      अभी भी बहुत से गाव के गाव है जो वापस आना चाहते पर हिंदू रोटी बेटी का नाता जोड़ने को तैयार नहीं | इस्लाम का अध्यन करे समझ आएगा मोहम्मद अच्छा व्यक्ति नहीं था | खादिजा कि मृत्यु के बाद जरुर धन का अभाव हुआ था उसे पर लूट प्रारंभ करते हि लूट में १/५ के हिस्से के नियम से धनवान रहा अन्त तक |
      नमस्ते

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    3. abe be wakuf Hindu dharm ki baat kar raha he ye to sirf India me hi he Muslim dharm to sare vishva me he. jo sacca he pure vishva me he hindu dharm to sirf india me hi hai yeh sirf man hgadat kahani ka natija hai sab jhut hai tumhe tumhare dharm ki hakikat hi nahi pata .aur hamare mohhamad sahb sacche hai. tum pahle select kar lo ki kis baghvan ko mane 36 carore me se.sab jhut he.
      ha or tum jise yowani kah rahe ho wah ek pak pattahr hai.jese sirf chum te hai puja nahi karte hai.aur tum katl ki baat kar rahe ho shiv bhaghwan ne toh apne bete ko hi mar diya tha.baap ne bete ko hi nahi choda.tum insaniyat ki baat kar rahe ho.

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    4. Ataullah Khan
      Apne ko sacha dusre ko jhootha puri duniya kehti hai.
      Jhooth pure vishwa me faila hai to kya wo sach hai.
      Puran aur interpolated text ham nahi mante. Ek eshwar ki baat sirf ved karta hai.Wahi eshwariya gyaan hai. Mohammad accha vyakti nahi tha, usne atyaacharo ki parakaashta ki.Charitraheen vyakti tha wah usko manana chod dijiye.

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    5. आज पूरे विस्व में आतंक का पर्याय कौन है, क्या इसे ही धर्म कहते है जो किसी की जान लेना सिखाता है , बेजुबान जीओ को मरने को कहेता है , जिसका दूध पीते हो ओ माँ होती है और उसी को मार के खा जाना क्या उचित है?

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  6. either the admin of this page is totally illiterate or has not read islam deeply,otherwise he would not say so. It is my humble request to study Islam deeply first.

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    1. Dear Brother,
      Mohammad was illiterate according to Islamic cleric beliefs. We request you to do the same i.e., read Islam. Your human part will compell you to leave it.

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    2. अबे सारे कतुओं कान खोल के सुन लो. १४०० साल पुराने अपने धर्म की इतनी देंगे मरते हो. दुनिया तो हजारों साल से हैं, तो तुम्हारे पैगम्बर केवल १४०० साल पहले ही क्यों पैदा हुए. मनगढ़ंत तो तुम्हारा धर्म है, अज तक क्या दिया है दुनिया को इस्लाम ने, जिहाद के नाम पर आतंकवाद के अलावा. धर्मान्तरण करवाते हो डरा धमका कर और बोलते हो की लोग इस्लाम कबूल कर रहे हैं.
      हमारे सनातन धर्म में जो धर्म से बाहर गया उसे वापस नही लेते. लेकिन तुम्हारे यहाँ तो कोई भी ऐसा वैसा इंसान आ सकता है. मदरसे में तुम लोगों का मन मस्तिस्क बर्बाद हो जाता है. उसके बाद किसी काम के नही रहते.
      ऐसे ही पगलाए घूमते रहोगे. और घूम फिर कर हमारे शिव जी के लिंग के आगे झुकते रहोगे.

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    3. Islam Tumhari Nazron Me 1400 Sal Purana Hai Jab Ki Tumhare Hi Vedon Me Iska Zikar Hai Agar Yakin Nahi Hai MEre Se Rabta Karo Main Sabit Karonga Aur Hum Ek Quran Parhte Hai Aur Tumhare Yaha To Ramayan Hi Ek Nahi Hai

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    4. शरीफ भाई क्या आप वेद मानते है ?
      यदि मानते है तो फिर कुरान की आवयश्कता ही नहीं है | नहीं मानते तो उसमे क्या लिखा इस से फर्क ही नहीं पड़ता |
      दूसरी बात ये के आप लोग पढते ही नहीं वेदों के बारे में | पढ़े तो इस्लाम छोड़ दे | वेद मनुष्य सभ्यता के साथ आये थे | इन झूठो में मत पडिये जो जाकिर नाईक ने फैलाए है |

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  7. Abhi Tum Ko Islam Ka Naam Bas Malom Hai Tumto Khud Bhartiye Nahi Ho Arya Bhi Bharat Me Bahar Se Aye the Aur Main Sabit Kar Sakta Hun Ye Bharat Humara Hi Hai Kiyon Ki Hum Bas insano Ke Baap Hazrat Adam Aleh Salam Isi Hind-O-Lanka Ki Sar Zamin me Aye The Aur Kaba Kisne Banaya Tha Ye Tum Ko Malom Hi Nahi Hai Agar Malom Hota To Aaj Tum Bhi Musalman Ban Jate Mere Nabi Hazrat Mohammad Sallahu Alaihe Wasallam Ke Bare me tumhare Vedon Me Bhi Diya Hai Aur Ye HIndo Dhar hai Kahan Kis Ved Me Hindo Sabad likha hai batado aur Jab Tumhare Yahan Koi Mar Jata Hai To Pandit Ko Bula Kar Kya Padwate Ho Mujhe Bataoge

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    1. निकट के आर्य समाज से संपर्क करे सत्यार्थ प्रकाश खरीद कर पढ़े | सारे शंका समाधित हों जाएँगे | आदम ४५०० वर्ष पुराने है महाभारत से ५०० वर्ष बाद उनका काल है पूरी वंशावली है हमारे पास उनकी | आप लोगो ने इतिहास मिटाने में जितनी मेहनत करी उसका १ अंश भी इतिहास पढ़ने में की होती तो प्रकाश में होते और उन्नति के मार्ग पर चल कर सुख भोगते | नमस्ते

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    2. pehle ek baat samaj jis desh main hum rehte hai us desh ko aryavarat, hindustan, bharat sabhi naamo se jana jata hai hindu ka matlab main hindustan se belong karta hu ye hamara desh hai hum kisi ke desh main nahi gaye balki dusre yaha loot ke maksad se aye or yaha bus gaye humne unko rehne diya iska natija samne hai wo adharmi log, batein to badi badi kar raha jaise Mohamad sab ko mil kar or puch kar aya ho pehle apne dimag ke vikrati ko theek kar jis din tune us Rasull ke deedar kar liye dimag ke sari gandgi saaf ho jayegi tere behtat language main bhi bayan kar sakta hu but mere Parmatma ne iske liye manahi ke hai ye agyanta hai jiske karan tum ParmatmaAllah ko dukhi kar rahe ho
      agar gandgi under jayegi to gandgi he bahar ayegi, hamara dharam Sanatan hai or Hinduism hamari pehchan hai ke hum Bhartiya hai.
      world main hum kahi khade ho jaye or kahe ke main hindu hoon to log samaj jayenge ki he belongs from INDIA.hindu ek pehchan hai.
      Muslim ek dharam hai pehchan nahi

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  8. इससे मुसलमानों की बुतपरस्ती तो सिद्ध होती है, परन्तु इस बात के क्या प्रमाण हैं कि यह योनि है? मैंने गूगल सर्च किया तो पाया कि वैज्ञानिक इसे meteorite मानते हैं | यदि केवल इसके आकार को देखकर आपने इसे योनि मान लिया तो इस प्रकार की मानसिकता एक आर्य के लिए उचित नहीं | यदि कोई प्रमाण हो तो बतावें |

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    1. शुरुआत सिराए जो के अब मुसलमानों ने छापना बंद कर दि है उनसे समझ आता है के ये वाम मार्गी शिवलिंग है यहाँ स्त्रिया आकर अपनी मान्यता निभाती थी | इसका आकार देख कर आपको योनी जैसा नहीं दिख रहा ?
      विकिपीडिया से देख लीजिए | हमारी मान्यता पर नहीं जो इस्लाम पूर्व मान्यता थी उसपर आधारित है ये | आकार देख कर जो चीज जैसी दिख रही उसे अन्यत्र कैसे माना जावे ? वैज्ञानिक कौन है वो भी देख लीजिएगा क्यों के मान्यता जन्नत से गिरे पत्थर की है इसलिए इस्लाम समर्थित वैज्ञानिक ऐसी व्याख्या देते है | क्या कोई काबा मंदिर का इतिहास बता सकता है ? किसकी पूजा होती थी वहा ? कौन प्रमुख देव था ? ये पत्थर दीवार में गडा है किस उद्देश्य से ? जो लिखा गया उस से अन्यत्र मिल जावे तो कृपया प्रमाण देवे |

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  9. Muslim ek dharam hai pehchan nahi kynki ye sare world main hai,But Hindu ek pehchan hai jo sirf mere vatan INDIA,HINDUSTAN main he hai, so dnt coment again for my country and my dharam. ok

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