मर गए हमारे ऋषि मुनि तपस्या करते-करते पर बेचारे ऐसे सिद्ध पुरुष नहीं हो पाए जैसे हमारे निर्मल बाबा हैं | ऋषि मुनियों को योगिक सिद्धियो के लिए सरे सुख छोड कर हिमालय की कंदराओ में जाना पड़ता था अथा तपस्या करते थे और तब जा कर परमात्मा की कृपा होती थी | पर हमारे निर्मल बाबा ने तो अब तक के सारे कीर्तिमान तोड़ दिए ऐसे कृपा बरसाई के हमें समझ आगया के हमारे समाज का क्या होने वाला हैं |
अब देखते हैं हमें क्या क्या लाभ हुए एक दम से निर्मल बाबा के प्रादुर्भाव से |
१. हिंदू समाज का भविष्य
हमें अपना भविष्य साफ़-२ दिख रहा हैं एक वक्त था जब बच्चे देने वाले बाबा होते थे | औरते आशीर्वाद लेने जाती थी और बाबा उन्हें गर्भवती कर देते थे | पर आज जमाना बदल गया हैं बाबा एडवांस हो गए हैं और साफ़ सुथरे भी कितने हैं | केवल टिकेट लो और बाबा के मू से निकल जाए कृपा होगी काम बन गया | कोई विज्ञान नहीं, कोई ईश्वर उपासना नहीं, कोई वेदादि शाश्त्रो के अध्यन का झंझट नहीं | बल्कि ईश्वर का तो कही काम ही नहीं हैं | ऐसे ज्ञानी समाज का भविष्य कितना उज्जवल होगा आप अनुमान करे |
२. जिम्मेदार मीडिया
हमें कभी नहीं पता होता के हमारी मीडिया इतनी जिम्मेदार हैं | समाज में अंधविश्वास मिटाने की जिम्मेदारी इतने अच्छे से निभा रही हैं मीडिया | कोई भी डिमांड वाला बाबा अपनी कमाई का एक हिस्सा इनको देने को तैयार हो जाये तो बस देखिये ये आपने चैनल में समय देने को तैयार हो जायेंगे | फिर कुछ समय में बाबा का अपना चैनल होगा | शुक्र मानिए के निर्माल बाबा से ही मीडिया जिम्मेदारी निभा रही हैं अगर ज़ाकिर नायिक को समय देने लग गई तो बाबा के भक्त कैसे साफ़ हो जाएँगे |
३. बढ़ता राजस्व, बढ़ता आधार भुत ढाचा
सरकार को तो अपने राजस्व से मतलब हैं | निर्मल बाबा इतना कमा रहे हैं तो सरकार को कर चुकायेंगे | कर चुकायेंगे , जिस से सड़के बनेगी बिजली घर बनेंगे इत्यादि इत्यादि हुआ ना लाभ | ये मत सोचिये के बाबा धन का क्या करेंगे बाबा का धन से ही कल्याण होगा | आखिर इतनी कृपा कर रहे हैं तो कुछ अरब संपत्ति नहीं जूटा सकते | साईं बाबा पार्ट २ की तरह अब हर कोई तो वो धन समाज सेवा में खर्च कर के पाप कम करेगा नहीं |
४. बढ़ती प्रतियोगिता
बाबाओ की मार्केट गरम हैं | निर्मल बाबा के आने से अब छुट पुट बाबाओ की महत्वकांचा बढ़ गयी होगी | अब सब नए नए तरीके सोच रहे होंगे के कैसे वे भी सरकार का राजस्व बढ़ाए | अब देखिएगा बाबाओ की बाढ़ आजाएगी | जनता की आस्था तो चुएगी |
५. परमात्मा की छुट्टी
देखिये अब इन बाबाओ से सबसे ज्यादा लाभ तो परमात्मा को हैं | उसको लोगो ने लंबी छुट्टी पर भेज दिया हैं | अब लोगो को ईश्वर की जरुरत नहीं | टिकेट कटाएये इक्छा पूरी पाइए |
और अवतारी तो कहना ही पड़ेगा मुझे क्यों ये बाबा अब तक थे कहा ? मुझे नहीं लगता ये बाबा माँ के गर्भ में ९ मास उलटा लटके होंगे | मुझे नहीं लगता बाबा कुछ खाते होंगे या जाते होंगे या धोते भी होंगे |
समाज पर कृपा तब होगी जब चमत्कार दिखाने वालो पर लोंग चप्पल गोबर में भिगो के मारेंगे, तभी उन पर कृपा होगी | क्यों की केवल वही समाज होगा जिसे परमात्मा के स्वरुप, गुण कर्म स्वाभाव के बारे में पता होगा |
अब देखते हैं हमें क्या क्या लाभ हुए एक दम से निर्मल बाबा के प्रादुर्भाव से |
१. हिंदू समाज का भविष्य
हमें अपना भविष्य साफ़-२ दिख रहा हैं एक वक्त था जब बच्चे देने वाले बाबा होते थे | औरते आशीर्वाद लेने जाती थी और बाबा उन्हें गर्भवती कर देते थे | पर आज जमाना बदल गया हैं बाबा एडवांस हो गए हैं और साफ़ सुथरे भी कितने हैं | केवल टिकेट लो और बाबा के मू से निकल जाए कृपा होगी काम बन गया | कोई विज्ञान नहीं, कोई ईश्वर उपासना नहीं, कोई वेदादि शाश्त्रो के अध्यन का झंझट नहीं | बल्कि ईश्वर का तो कही काम ही नहीं हैं | ऐसे ज्ञानी समाज का भविष्य कितना उज्जवल होगा आप अनुमान करे |
२. जिम्मेदार मीडिया
हमें कभी नहीं पता होता के हमारी मीडिया इतनी जिम्मेदार हैं | समाज में अंधविश्वास मिटाने की जिम्मेदारी इतने अच्छे से निभा रही हैं मीडिया | कोई भी डिमांड वाला बाबा अपनी कमाई का एक हिस्सा इनको देने को तैयार हो जाये तो बस देखिये ये आपने चैनल में समय देने को तैयार हो जायेंगे | फिर कुछ समय में बाबा का अपना चैनल होगा | शुक्र मानिए के निर्माल बाबा से ही मीडिया जिम्मेदारी निभा रही हैं अगर ज़ाकिर नायिक को समय देने लग गई तो बाबा के भक्त कैसे साफ़ हो जाएँगे |
३. बढ़ता राजस्व, बढ़ता आधार भुत ढाचा
सरकार को तो अपने राजस्व से मतलब हैं | निर्मल बाबा इतना कमा रहे हैं तो सरकार को कर चुकायेंगे | कर चुकायेंगे , जिस से सड़के बनेगी बिजली घर बनेंगे इत्यादि इत्यादि हुआ ना लाभ | ये मत सोचिये के बाबा धन का क्या करेंगे बाबा का धन से ही कल्याण होगा | आखिर इतनी कृपा कर रहे हैं तो कुछ अरब संपत्ति नहीं जूटा सकते | साईं बाबा पार्ट २ की तरह अब हर कोई तो वो धन समाज सेवा में खर्च कर के पाप कम करेगा नहीं |
४. बढ़ती प्रतियोगिता
बाबाओ की मार्केट गरम हैं | निर्मल बाबा के आने से अब छुट पुट बाबाओ की महत्वकांचा बढ़ गयी होगी | अब सब नए नए तरीके सोच रहे होंगे के कैसे वे भी सरकार का राजस्व बढ़ाए | अब देखिएगा बाबाओ की बाढ़ आजाएगी | जनता की आस्था तो चुएगी |
५. परमात्मा की छुट्टी
देखिये अब इन बाबाओ से सबसे ज्यादा लाभ तो परमात्मा को हैं | उसको लोगो ने लंबी छुट्टी पर भेज दिया हैं | अब लोगो को ईश्वर की जरुरत नहीं | टिकेट कटाएये इक्छा पूरी पाइए |
और अवतारी तो कहना ही पड़ेगा मुझे क्यों ये बाबा अब तक थे कहा ? मुझे नहीं लगता ये बाबा माँ के गर्भ में ९ मास उलटा लटके होंगे | मुझे नहीं लगता बाबा कुछ खाते होंगे या जाते होंगे या धोते भी होंगे |
समाज पर कृपा तब होगी जब चमत्कार दिखाने वालो पर लोंग चप्पल गोबर में भिगो के मारेंगे, तभी उन पर कृपा होगी | क्यों की केवल वही समाज होगा जिसे परमात्मा के स्वरुप, गुण कर्म स्वाभाव के बारे में पता होगा |
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