Friday, February 17, 2012

हमें हिंदू नहीं, कांग्रेसी कहिये


क्या आप लोगो ने कभी उन सच्चे कांग्रेसियो का दुःख समझा, जिन्हें आप हिंदू होने ही दुहाई देने लग जाते हैं | आज इस लेख में हम उन्ही कोंग्रेसियो का दुःख प्रदर्शित करेंगे, जब आप लोंग उन्हें हिंदू होने की गाली देते हैं | उनकी व्यथा को बयान करेंगे और उनकी पीड़ा को समझने के लिए इस लेख भर के लिए मैं कांग्रेसी बन रहा हू | अतः “हम कांग्रेसी” शब्द का प्रयोग करूँगा, मुझे पूर्णकालिक कांग्रेसी मत समझियेगा | मुझमे एक कांग्रेसी बनने जितनी योग्यता कहा, इतनी योग्यता के लीये तो मुझे कई जन्मो के पुण्य जोड़ने पड़ेंगे | चलीये कोंग्रेसी पीड़ा का व्याख्यान करना प्रारंभ करते हैं |
स्थापना : वैसे तो कोंग्रेस की स्थापना महान महाराज जयचंद्र और उसके समर्थकों ने ८०० वर्ष पूर्व ही कर दी थी पर आज के भारत के लीये हमें मंच एक महान अग्रेज ए.ओ.ह्यूम ने दिया था सन १८८५ कांग्रेस की स्थापना कर के |
विशेषता : हमारी विशेषता ये हैं के हम जिस सहिष्णु समाज में पोषित होते हैं उसी से घात करते हैं |
योगदान : हमने देश को कई बड़े नेता दिए हैं पर महात्मा गांधी से बड़ा नेता नहीं दे पाए | आदरणीय जवाहरलाल नेहरु जी ने प्रयास जरुर किया पर वो महात्मा जी की तरह देश का विभाजन नहीं करा पाए बस दूसरे विभाजन या भारत के इस्लामीकरण का बीज ही डाल पाए |
इतिहास : आप लोगो को बापू याद तो हैं ना | हां हमारे महात्मा गांधी जिन्होंने अकेले दम पर भारत को स्वाधीन कराया | विश्वास नहीं होता क्यों क्या आप नहीं गाते दे दी हमें आजादी बिना खडग बिना ढाल साबरमती के संत तुने कर दिया कमाल | वे ही थे जनक हमारे राष्ट्र के, वे थे पुरे देश के बाप तभी तो राष्ट्र पिता कहते हैं |
अगर बापू ना होते तो हमें हमारे प्यारे पडोसी भी ना मिलते पाकिस्तान और पूर्व पाकिस्तान (अब बंगलादेश) और इतने अच्छे पडोसियो के बिना हमारे जवानों को शहादत के अवसर भी ना मिलते | ना ही हम ४ युधो को झेल कर तकनिकी तरक्की करने के लीये सोच पाते | फिर हमारे चाचा नेहरु भी तो कांग्रेसी थे, चाचा इसलिए क्यों की ये बच्चो से बड़ा प्यार करते थे | १६ साल की बच्चियो से तो कुछ ज्यादा ही प्यार करते थे | आज कश्मीर में हमारे जवान इन्ही की वजह से तो वादियो का वहा की ठण्ड का आनंद ले रहे हैं | इमरजेंसी जैसी महान चीज़ देने वाली नेहरु जी की सूपुत्री इंदिरा जी भी तो कोंग्रेसी ही थी | और दिल्ली की सडको को सिखों के खून से लाल करने वाले देश को सबसे युवा प्रधानमंत्री राजीव गाँधी कांग्रेसी ही तो थे | पता नहीं इंदिरा जी और राजीव जी को विश्व हिंदू परिषद का सदस्य किसने बना दिया जो आप लोंग सिख हिंदू दंगे कहते हैं | अरे कांग्रेस-सिख दंगे कहिये हिंदू कहे के गाली मत दीजिए हमें |
तरक्की : हमने ना केवल अपने स्तर पर उन्नति की हैं राष्ट्र को भी आगे बढ़ाया हैं | हमने अपने चारित्रिक स्तर प्र तरिक्की की हैं | पहले हमारे पुरुष प्रधान मंत्री चाचा जी को  कुवारी लडकियो का शौक था पर उनकी बेटी ने तो आदमियो का शौक कर के दिखाया | उनके लड़के ने तो और भी कमाल किया एक कैथोलिक बहु देश के लीये लाए पर उसको हिंदू नहीं किया खुद कैथोलिक हो गए | फिर तो मिलीजुली की जगह शुद्धता आ गयी हम कांग्रेसियो  के राजवंश में अब हम उसी मार्ग पर आगे जिसपर चल कर अंग्रेजो ने हम पर शाशन किया था | हम पर अब काले अंग्रेजो का धब्बा नहीं लगेगा अब हमारी भी चमड़ी गोरी हो गई |
फिर यही क्यों इंदिरा गाँधी ने तो संयासियो पर मशीनगन चलवाई थी हमारी महानतम नेता सोनिया गाँधी जी ने तो संयासियो के मू में गो मंश ठुसवा दिया | तो तरक्की हुई के नहीं | नाक्सलबाड़ी से जो शुरू हुआ उसे हमही कांग्रेसियो  ने देश के २०० जिलो तक पहुचवाया | पूर्वोत्तर भारत के छोटे-छोटे राज्यों में टुकड़े कर राज्य नाम से चलवाने वाले हम ही तो हैं | भारतीय सेना वरना नियंत्रण खो बैठती और वहा भी हिंदी और हिंदू फ़ैल जाते | हम ऐसा कैसे होने देते अब तो उन लोगो के पास अपनी सरकार हैं अपने नोट हैं हमारी सेना को तो हमने घुसने का अधिकार ही नहीं दिया | ये सब हमने लोकतंत्र की मजबूती के लिए किया हैं, वरना अगर सेना मजबूत हो जाती तो लोकतंत्र कमजोर हो जाता ना |
इतिहास भी बदला : लोगो के दिलो से राम कृष्ण निकलने का काम तो हम १९४७ के तुरंत बाद से ही तेजी से करने लग गए थे परन्तु इतिहास से राम कृष्ण का नाम मिटा देने वाले हम कांग्रेसी ही हैं | तो कौन कहता हैं इतिहास नहीं बदला जा सकता (?) | हम कुछ भी कर सकते हैं हम पर किसी का नियंत्रण नहीं हम इस देश के रहनुमा इस देश का मालिक कांग्रेसी हैं | नाथूराम गोडसे को तुरंत फ़ासी दी गई पर कश्मीर के भाइ अफजाल गुरु की हम ११ साल से रक्षा कर रहे हैं खुद हमारे असली संस्थापक जय चंद्र जी होते तो भी ऐसा नहीं कर पाते | अरे हम तो उस एनकाउंटर को भी फर्जी बोल कर आसू बहा सकते हैं जिसमे पुलिसवाले भी मारे गए | पर हमारे कीमती आसुओ को हिंदू नाम वाले पुलिसवालों के लीए मत समझना | जो गोरे करने की हिम्मत ना कर सके वो हमने हिम्मत दिखाई | किताबो से गायब राम के नाम के प्रमाण भी तो हमें ही मिटाने थे इसलिए हमने राम सेतु जिसे रावण भी ना तोड़ सका को तोड़ने का प्रयास किया | हा कुछ फस गया तकनिकी मामला पर कितने दिन बच पाओगे हिन्दुओ हमसे | जब प्रयाग को अल्लाहबाद , अयोध्या को फैजाबाद हमसे पूर्व के शासक कर सकते हैं तो क्या हम डूबे हुए पुल को हमेशा के ली नहीं डूबा सकते |
हमने भारत में क्रोस वाले सिक्के चलाए | गोरे भी सोच नहीं पाए ईसाइयत के प्रचार का ऐसा तरीका |
विश्वविख्यात : हमने विदेशो में धन जमा करने का इतना कीर्तिमान स्थापित किया के हमारे देश भारतवर्ष जी नहीं वो हमारा देश नहीं इंडिया का नाम विदेशो में हो गया के हम कांग्रेसी कितने अमीर हैं जो इस देश के रहनुमा हैं | और आप हिन्दुओ की औकात ही नहीं हैं के हमें हाथ लगा सके क्यों की आप ही इतने बेवकूफ हैं के हमें यहाँ तक पहुचाते हैं | हमारी मैडम जी को आप ही लोगो ने ४ लाख वोटो से जिताया ये हैं लोकतंत्र की ताकत |
निष्कर्ष : यु तो हम तारीफ करते ही जाए पर समय किसके पास हैं | हमें चापलूसी और भ्रष्टाचार दोनों करना होता हैं इसलिए सीधे से कुछ बाते बता देता हू | हम हिंदू नहीं हमारी कौम कांग्रेसी हैं हिंदू वो होता हैं जिसपर शासन किया जाए कांग्रेसी वो होता हैं जो मुर्ख हिन्दुओ पर शासन करे | हम जो कहते हैं वो जनता मानती हैं पत्रकार मानते हैं दुनिया मानती हैं | अब इस देश का भविष्य मैडम जी के सुपुत्र के हाथ में हैं और ये ऐसे ही चलेगा जब तक की हम इस देश से यहाँ की संस्कृति यहाँ की सभ्यता को मिटा ना दे | एक दिन ये देश आधा इसाई और आधा इस्लाम के झंडे के नीचे आ ही जाएगा | क्यों की हिन्दुओ को तो हम सांप्रदायिक कह लाने के डर से पेशाब छुट जाती हैं | और ऐसी घटिया कौम को हक भी क्या हैं शासन करने का, संस्कृति, इतिहास का नाम लेने का | हिंदू बस ये कह सकते हैं के सब लोंग एक सामान हैं दूसरों के ग्रंथो में झाकना नहीं चाहिए हाला के ये अपने ग्रंथो में भी नहीं झाकते | खैर छोडिये हमारे हिंदी में नाम होने से हमें हिंदू समझ कर हिंदुए कह के गाली मत दीजिएगा | हमारी कौम ही अलग हैं | हम शासक वर्ग हैं हम गुलामी करने वाले हिंदू नहीं | हिन्दुओ को हम अपनी पाँव के जुते के नीचे समझते हैं | समझे आप लोंग 

पी एस : तो ये था एक कांग्रेसी के दिल का दर्द | जय हिंद

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