उत्तर प्रदेश चुनाव में ५६ फ़ीसदी से चुनाव का औसत ६२ फ़ीसदी होते दिख रहा हैं | लोगो को लग रहा हैं के लोंग जागरूक हुए हैं मतदान देने लगे हैं | अरे इन आंदोलनों से तो लोगो की लोकतंत्र में आस्था घटी हैं | मुस्लिम मतदान जरुर करते हैं कोई और करे ना करे | और खास बात ये हैं के अपनेबच्चो के १८ के होने से पहले नाम भी लिखवाने से बचते हैं ताकि राजनितिक समीकरणों को दोखे में रख सके |
इस बार राजनितिक दलों ने जिस हिसाब से मुस्लिमो को टिकट दी हैं इस से साफ़ हैं के ५ सालो में ही समीकरण बदल गए हैं | और इसी लीये क्यों की मुस्लिम प्रत्याशी बढ़ गए हैं तो मुस्लिम मतदाता बढे और नतीजतन मतदान प्रतिशत बढ़ा हैं |
पिछले लोकसभा चुनाव में मुस्लिम मत सपा से हट कर कांग्रेस के पास गया था और बढ़त मिली थी कांग्रेस को | और मुस्लिम हमेशा अपने मत को बदलते रहते हैं ताकि लालच सदैव बना रहे |
इस बार राजनितिक दलों ने जिस हिसाब से मुस्लिमो को टिकट दी हैं इस से साफ़ हैं के ५ सालो में ही समीकरण बदल गए हैं | और इसी लीये क्यों की मुस्लिम प्रत्याशी बढ़ गए हैं तो मुस्लिम मतदाता बढे और नतीजतन मतदान प्रतिशत बढ़ा हैं |
पिछले लोकसभा चुनाव में मुस्लिम मत सपा से हट कर कांग्रेस के पास गया था और बढ़त मिली थी कांग्रेस को | और मुस्लिम हमेशा अपने मत को बदलते रहते हैं ताकि लालच सदैव बना रहे |
२००७ से २०१२ का अंतर साफ़ दिख रहा हैं | मुस्लिमो ने धमाके करने कम कर दी बच आबादी बढ़ाने पर पूरा जोर दे रहे हैं और हिंदू लड़किया भगाने पर | और इस चुनाव में नजर आएगा मुस्लिम सत्ता निर्धारक के तौर पर होंगे | अभी आज के ही अखबार में पढ़ा होगा आपने बसपा के नेता के घर हथियारों का जखीरा मिला कारतूस भी बनाते थे | सोचिये उनकी तैयारी किस स्तर पर चल रही हैं | अभी ये बसपा, सपा, कांग्रेस पीस पार्टी इत्यादि में हैं पर अंत में ये सब एक हैं | ३० फ़ीसदी संगठित मत लोकतंत्र में सरकार बनाने को काफी होते हैं | मुगलिस्तान की योजना अभी निरस्त नहीं हुई मुस्लिम जो मिल सकता हैं वो छोडेंगे और हम तो सुधेरेंगे हैं नहीं जाती में बटे हैं आगे भी बटे ही रहेंगे जब तक खत्म ना हो जाए | इस चुनाव में किसी को वोट दे पर मुस्लिम प्रत्याशी को मत मतदान करे | और अगर हो सके तो किसी आर्यत्व (हिंदुत्व) का समर्थन करने वाले को समर्थन दे |
वंदे वेद मातरम
Aap Jyashe log bs ayasha he baat kr sakta hai , Kitna glat soch hai aap logo ka,agar ayasha hota to Abdul kalam jo bharat ki saan hai who aaj nahi hota.... r bhi log hai jo is thara k kaam kr rahe hai ..................
ReplyDeleteAbdul Kalam agnostic hain mere bhai
ReplyDelete6 nhi 60% bhi badhenge
ReplyDeleteTere jo hota hai wo kar le.
जिस दिन हिन्दु जातिवाद छोड़ कर एक हो जाएँगे ना मिया तो सिक्खों की तरह ही बैंड बजाएँगे. याद रखना 99 प्रतीशत सिक्ख हिन्दु ही थे. गिणती के सिक्ख कैसे अनगिणत मुसल्लों की बैंड बजाते थे यह पंजाब का इतिहास पढ कर पता चल जाएगा.
Deleteइस्लाम से ज़यादा आपको अपने हिन्दू धर्म पर धयान देना चाहिए जहा, जहा शंकर ऋषि का रूप धर कर उसकी पत्नी के साथ सोते है और कृष्ण पूरे गांव कि लड़कियों से लीला करते है। धर्म ग्रंथो कि शिक्षा ले कर अबतक नब्बे करोड़ दलित महिलाओ के साथ ऊँची जाती के लोग रेप कर चुके है
ReplyDeleteहम सबसे पहले अपना घर देखा है उसके बाद ही बाहर के खतरे बताये | सत्यार्थ प्रकाश पढ़ी होती तों ये ना कहते | पुराणों का शोधन भी आर्य समाज की ही दें है | और घृणित कार्य कोई करे उतना ही बड़ा अपराध है | बलवान कमजोर को दबाता है ये जानवरों की वृत्तिय है | वेद कहता मनुर्भव हम वेद का सन्देश फैलाते है | आप क्या कर रहे है दुनिया मे किसी अन्य से ज्यादा मुसलमानों ने खुद मुसलमानों का खून बहाया है | बलात्कार और औरतो की लूट करने मे मुसलमान जिहादियो की नीचता का मुकाबला तों पश्चिमी देश के राक्षस भी नही कर पाएंगे |
DeleteMuslim ko yanha ajadi milati hai
ReplyDeleteMuslim ko yaha kitna chhot diya jata hai
ReplyDeleteWaha pakistan me hindu 1 parcent se bhi kam ho rahe hai