मेरे मुस्लिम और हिंदी भाइयो और बहनो यह सुनने में तो बड़ा बुरा लग रहा हैं पर मैं कुछ प्रमाण दिखता हू कुरान और सिर्फ कुरान से | जहा भी आपत्ति हो हमारे भाइयो को हमें बताए हम सुधार करने को तत्पर हैं परन्तु वर्तमान में हम देवबंद के ही फैसले के अनुसार अर्थ लेकर चल रहे हैं | देखिये कुरान की यह आयत प्रथम द्रष्टा कितनी सही लगती हैं
Soon after she was raped, a local Muslim panchayat (council of elders) asked her to treat her husband Nur Ilahi as her son and declared their marriage null and void.[3] Imrana defied the panchayat's ruling and continued living with her husband.
The leading Islamic seminary Darul Uloom Deoband also issued a fatwa[4] or opinion, which quotes from Quran 4:22: wa la tankihoo ma nakaha aaba-o-kum, “And marry not women whom your fathers married”, and not distinguishing between rape and adultery, said that as a result of her father-in-law's act, she should now be treated as the mother of her husband and she could no longer live with him even though Imrana had not married her father in law.
http://en.wikipedia.org/wiki/Imrana_rape_case
यहाँ विस्तार से पढ़े |
इस्लाम के पैगम्बर माने जाने वाले मोहम्मद साहब ने भी अपनी बहु से शादी की थी |हाला के मैं उनको तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हू के उन्होंने सौतेली बहु चुनी | जी हा ज़ैद की पत्नी जैनब उनकी सौतेली बहु थी | जैद गोद लिया बेटा था | तो गोद लिया रिश्ता तो इस्लाम में चलता ही नहीं | अपितु गोद शब्द भी शायद इसलिए आया ताकि सौतेली बहु के करीब आया जा सके | देखिये कुरान का प्रमाण
देख रहे हैं क्या कह रहा हैं खुदा ईमान वालो अपने मुह बोले बेटो की पत्नियो के मामले में कोई तंगी ना आ रहे जब की वो उनसे अपनी जरुरत पूरी कर ले | मैं यह सब अपनी मुस्लिम भाइयो को चोट पहुचाने के लीये नहीं अपितु भारतीय समाज में चल रहे लव जिहाद के हथियार में फसने वाली बहनों को जागरूक करने के ली लिख रहा हू | के आप के श्वसुर (ससुर) से आप कितनी सुरक्षित रहेंगी ये सोचिये | भारत में कानून कुछ नहीं कर सकता | शाहबानो केस में कोर्ट का नियम बदल दिया था भारत के तथा काथित पंथ निर्पेक्ष लोगो ने |
ये भी पढ़िए
http://en.wikipedia.org/wiki/Shah_Bano_case
भारतीय समाज चारित्रिक मूल्यों को सदैव प्रधानता से लेता रहा हैं | हमारे मुस्लिम भाई आगे आये और ये सब सुधारे | धन्यवाद
Sahih International
And do not marry those [women] whom your fathers married, except what has already occurred. Indeed, it was an immorality and hateful [to Allah ] and was evil as a way.
http://quran.com/4/22
http://www.quranhindi.com/
देखने में लग रहा हैं के इस्लाम मन करता हैंअपनी मा से सम्बन्ध बनाने को | वैसे ऐसा लगने पर ही हम धन्यवाद देंगे के कुछ तो मर्यादाए रखी | पर यहाँ विवाह का अर्थ अगर आप वाकई विवाह समझ रहे हैं तो गलत हैं | यहाँ विवाह का अर्थ बलात्कार भी हैं | मैं नहीं दारूल उलूम ने फतवा जारी किया था इमराना बलात्कार केस में २००५ में ||
Rape and Islamic rulings
On 6 June 2005, Imrana, 28 years old at the time, and the mother of five children, was raped by her 69 year-old father in-law Ali Mohammad.Soon after she was raped, a local Muslim panchayat (council of elders) asked her to treat her husband Nur Ilahi as her son and declared their marriage null and void.[3] Imrana defied the panchayat's ruling and continued living with her husband.
The leading Islamic seminary Darul Uloom Deoband also issued a fatwa[4] or opinion, which quotes from Quran 4:22: wa la tankihoo ma nakaha aaba-o-kum, “And marry not women whom your fathers married”, and not distinguishing between rape and adultery, said that as a result of her father-in-law's act, she should now be treated as the mother of her husband and she could no longer live with him even though Imrana had not married her father in law.
http://en.wikipedia.org/wiki/Imrana_rape_case
यहाँ विस्तार से पढ़े |
इस्लाम के पैगम्बर माने जाने वाले मोहम्मद साहब ने भी अपनी बहु से शादी की थी |हाला के मैं उनको तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हू के उन्होंने सौतेली बहु चुनी | जी हा ज़ैद की पत्नी जैनब उनकी सौतेली बहु थी | जैद गोद लिया बेटा था | तो गोद लिया रिश्ता तो इस्लाम में चलता ही नहीं | अपितु गोद शब्द भी शायद इसलिए आया ताकि सौतेली बहु के करीब आया जा सके | देखिये कुरान का प्रमाण
देख रहे हैं क्या कह रहा हैं खुदा ईमान वालो अपने मुह बोले बेटो की पत्नियो के मामले में कोई तंगी ना आ रहे जब की वो उनसे अपनी जरुरत पूरी कर ले | मैं यह सब अपनी मुस्लिम भाइयो को चोट पहुचाने के लीये नहीं अपितु भारतीय समाज में चल रहे लव जिहाद के हथियार में फसने वाली बहनों को जागरूक करने के ली लिख रहा हू | के आप के श्वसुर (ससुर) से आप कितनी सुरक्षित रहेंगी ये सोचिये | भारत में कानून कुछ नहीं कर सकता | शाहबानो केस में कोर्ट का नियम बदल दिया था भारत के तथा काथित पंथ निर्पेक्ष लोगो ने |
ये भी पढ़िए
http://en.wikipedia.org/wiki/Shah_Bano_case
भारतीय समाज चारित्रिक मूल्यों को सदैव प्रधानता से लेता रहा हैं | हमारे मुस्लिम भाई आगे आये और ये सब सुधारे | धन्यवाद