Saturday, September 13, 2014

अल्लाह ने पिता को पुत्री पर और भाई को बहन पर चढाया

मुसलमान कहते है सब आदम कि संताने है | आदम संस्कृत के आदिम् का अपभ्रंश है जिसका अर्थ है शुरू का, ये कोई नाम नही काल कि सज्ञा है | वैदिक सिद्धांत के अनुसार कई सारे मनुष्य त्रिविष्टप जो आज तिब्बत कहा जाता वह हुए | पर मुसलमानों और उस से पहले ईसाइयो और उस से पहले याहुदी मान्यता अनुसार आदम हवा कि कहानी गई जाती | आदम कि पसली से हवा निकली तो अब मुर्ख लोग सोचेंगे भी नही के क्या पुरुष के शरीर से स्त्री इस प्रकार पैदा हों सकती है ? यदि ईश्वर एक आदम बना सकता है तो कई और आदम बनाने मे उसे क्या समस्या है ? जब ईश्वर पुरुष बना सकता तो स्त्री बनने मे उसे क्या समस्या है ? फिर क्या आदम हवा का पिता नही हुआ क्यों के वो उस से उत्पन्न हुई ? फिर आगे कि कहानी ये है के उनसे ७ जोड़ो मे बच्चे हुए १ लड़का और १ लड़की अब दुनिया तो उन्ही से चलाई इनकी मान्यता अनुसार | अब सोचे जब शुरू मे भाई बहन के सम्भोग से लोग उत्पन्न हुए तो आगे किस अधिकार से अल्लाह भाई बहन के विवाह को ये निषिद्ध कर सकता है | क्यों के विवाह कि नीव मे ही भाई बहन है | आप इनको आयुर्वेद या जेनेटिक्स नहीं सीखा सकते क्यों के कुरआन कि कहानियों के आगे ये सुनेंगे ही नही | चाहे बात कितनी ही गन्दी हों यदि इस्लाम मे मान्य है तो इन्हें स्वीकार है | भाई बहन से शादी करने कि खबर भारत के पत्रों मे तो पढ़ी थी पाकिस्तान मे भी आने लगी | वास्तव मे अरब देशो मे ये बहुत ही सामान्य बात है कारण नीव मे है | जब अल्लाह तब करवा सकता है तो अब क्यों ना करे कि गन्दी सोच है |
http://www.pakistantv.tv/2014/08/02/shocking-brother-sister-married-pakistan/#sthash.cSXc8DEG.OJuyGePs.dpbs

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