गाँधी कि असलियत लिखने से पूर्व उसके अच्छे कार्यों के लिए मेरा उसको
नमन जो महात्मा गोडसे ने भी किया था | भारत गांधी के लिए भी माँ के सामान हैं वो और उसके अनुयायी माने या ना माने तो कोई भी अपनी माँ का बाप नहीं हो सकता इस प्रकार गांधी या कोई भी राष्ट्र पिता कि पदवी नही पा सकता |
१.
अली बंधूओ ने जब अफगानिस्तान के आमीर(राजा) को
भारत पर हमला करने को कहा तब गाँधी ने पूरी सहमति दी ये कह के जैसे हम मुगलो के
प्रति वफादार रहे हैं आपके प्रति भी रहेंगे | देश कि खुशकिस्मती के ब्रिटिश सी आई
डी ने चिठ्ठी पकड़ ली |
२.
असहयोग आन्दोलन के लिए जब २ साल से लोग अपनी
नौकरी स्कूल कोलेज छोड के घर बैठे थे और गाँधी से उम्मीद करे थे खुद गाँधी ने पुरे देश को धोखा दिया और अन्दोलान वापस ले
लिया |
३.
नौ लाख मुसलमानों को वापस हिंदू धर्मं में लाने
वाले गुरुकुल कांगडी के संस्थापक, आर्य समाज और हिन्दुओ के सबसे बड़े नेता स्वामी
श्रद्धानंद के हत्यारे का गाँधी ने बचाव किया |
४.
पर इन महापुरुष/युगपुरुष ने राज गुरु, सुखदेव और
भगत सिंह कि फ़ासी रुकवाने के लिए कुछ नहीं किया|
५.
सुभाष चंद्र बोसे को कांग्रेस से इस्तीफा दिलवा
के ही माना |
६.
श्यामा प्रसाद मुखर्जी के प्रयासों से बटवारा रुक
सकता था पर जिन्ना से समझौता कर आया कथित महात्मा |
७.
हिन्दुओ को सर झुका के गरदन कटाने कि सलाह देते
रहे | भरी सर्दी में जामा मस्जिद से पकिस्तान से आये हिन्दुओ को निकाल बाहर करवा
दिया और खुद बिरला हाउस में आराम करता रहा |
८.
चारित्रिक तौर पर भी गाँधी कि असलियत खुलने लगी
हैं आश्रम में रहने वाली कई औरतो से गांधी के अवैध सम्बन्ध रहे हैं |
९.
जब पाकिस्तान के कबाईलीयो ने कश्मीर पर हमला किया
तब ये भारत को ५५ करोड रूपय देने के लिए अनशन करने जा रहा था |
१०.
जिन्ना ने पाकिस्तान से पूर्व पाकिस्तान के बीच
३० किलोमीटर चौड़ी पट्टी कि मांग कि थी उसके लिए भी गाँधी तैयार हो गया था |
यदि गांधी वध ना होता तो ना इतना कश्मीर हमें मिल पाता और ना ही आन्ध्र प्रदेश आज भारत का हिस्सा बन पाता क्यों के पटेल सेना कि कार्यवाही ऑपेरशन पोलो ना करवा पाते |
यदि गांधी वध ना होता तो ना इतना कश्मीर हमें मिल पाता और ना ही आन्ध्र प्रदेश आज भारत का हिस्सा बन पाता क्यों के पटेल सेना कि कार्यवाही ऑपेरशन पोलो ना करवा पाते |
११.
गाँधी ने अग्रेजो कि बनाइ कांग्रेस को अपना
नेतृत्व दे कर उसके उद्देश्य कि पूर्ति कि जो नेता तो भारतीयों का था पर बिना
अवरोध के अंग्रेजो कि नीतियों पर हस्ताक्षर करता गया |
१२.
देश के नेताओं ने १९०५ का बंगाल विभाजन एक करवा
दिया उस देश को १९४७ का भारत विभाजन सिर्फ इसलिए झेलना पड़ा क्यों कि देश कि कमान
गांधी जैसे अनार्य(अनाडी) के हाथ में थी |
१३.
संविधान के अनुसार किसी व्यक्ति विशेष का चित्र
छापना निषेध हैं पर १९९६ में गांधी कि असलियत और गिरती शाख को बचने के लिए नोटों
पर छापना प्रारंभ कर दिया गया |
१४.
जब एक औरत ने कहा था के गाँधी जी मेरी लड़की का
बलात्कार ४ मुसलमानों के किया हैं तो ये महात्मा गाँधी कहते हैं तो क्या हुआ वो
तुम्हारी लड़की को कुछ दे के गए ले के तो नहीं गए |
एक गाँधी ने भारत विभाजन और मुस्लिम तुष्टिकरण कि अपार नीतिया दी अब
तो घर घर गाँधी हैं |
महात्मा गोडसे कि अस्थिया अभी भी भारत के एक होने का इन्तेजार कर रही
हैं |
गाँधी के क्रिया कलापों कि लिस्ट बहुत लंबी हैं |
और असलियात जानने के लिए गाँधी वध क्यों (महात्मा नाथू राम गोडसे का
न्यायलय में दिया गया बयान) गाँधी बेनकाब (हंसराज रहबर कि) भारत गांधी नेहरु कि
छाया में (गुरुदत्त) इत्यादि पुस्तक देखे |
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